Music Downloads & Lyrics
कल्ब
आशिक है अब पारा
पारा
अलवदा
अलवदा माहे रमजान
कुल
फते हिजर
फुरकत ने
मारा
अलवदा
अलवदा
माहे
रमजान
तेरे
आने से दिल
खुश हुआ
था
और जो के
इबादत बढ़ा
था
आब दिल पे है गम का
गलबा अ
अलवदा माहे
रमजान
मस्जिदों में बहारा आ गई
थी जौक दर
जोक
आते नमाजी
हो गया कम
नमाज का
जजबा
अलवदा
अलवदा माहे
रमजान तेरे
दीवाने अब रो रहे हैं
मुज
तरब सब के सब हो रहे
हैं
हाय अब
वत
रुखसत है
आया
अलवदा
अलवदा माहे
रमजान
नेकिया
कुछ ना हम कर सके
हैं बस
गुनाहों में ही दिन कटे
हैं
हाय गफ लत में
तुझको
गुजारा
अलवदा
अलवदा माहे
रमजान जब
गुजर
जाएंगे माह 11
तेरी
आमद का फिर शोर
होगा क्या मेरी
जिंदगी का
भरोसा
अलवदा
अलवदा माहे
रमजान
साल
आ द
शाहे हरम
तुम
करना तार पर ये करम
तुम तुम
मदीने में
रमजा
दिखाना तुम
मदीने में
रमजा
दिखाना
अलवदा
अलवदा माहे
रमजान
अलवदा
अलवदा माहे
रमजान
अलवदा
अलवदा माहे रमजान
अलविदा अलविदा महे रमजान 2025 - फराज़ अत्तारी का ऑफिशियल वीडियो। यहाँ आप मुफ्त गीत, mp3 डाउनलोड, वीडियो डाउनलोड, और ऑडियो सुन सकते हैं। इस गीत की लिरिक्स और म्यूजिक का आनंद लें।
Discover the official song lyrics, mp3 download, video download, and audio of Alvida Alvida Mahe Ramzan 2025 by Faraz Attari. Get free music and enjoy this spiritual song.